उत्तर गुजरात में भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त, हाईवे बाधित; निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति

गुजरात :   उत्तर गुजरात में शनिवार को कई हिस्सों में भारी बारिश हुई, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ और गांवों को जोड़ने वाली राज्य के राजमार्ग पर आवागमन बाधित हो गया है। अधिकारियों के अनुसार राज्य के 206 जलाशयों में से 66 में जल स्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है।

राज्य के तीन जिलों में 100 एमएम से ज्यादा बारिश
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (एसईओसी) की तरफ से साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, बनासकांठा जिले के वडगाम तालुका में शनिवार सुबह 6 बजे तक 24 घंटों में 112 मिमी बारिश हुई, जो राज्य में सबसे अधिक है। इसके बाद खेड़ा जिले के नाडियाड तालुका में 102 मिमी और अरवल्ली जिले के मेघराज में 101 मिमी बारिश दर्ज की गई है।

मेहसाणा जिले के विजापुर में 205 एमएम बारिश दर्ज
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र ने कहा कि मेहसाणा जिले के विजापुर तालुका में शनिवार सुबह 6 बजे से 10 बजे तक चार घंटों में 205 मिमी बारिश हुई। वहीं राज्य की राजधानी अहमदाबाद शहर में भी बारिश ने सामान्य जनजीवन को बाधित कर दिया। सरकार की तरफ से जारी किए गए एक अपडेट के अनुसार छह राज्य राजमार्ग और 36 पंचायत सड़कें जलमग्न हो गईं। वहीं शुक्रवार को दाहोद और छोटा उदयपुर जिलों में सात ग्रामीणों को बचाया गया, जो बारिश के बीच नदियों का जलस्तर बढ़ने के कारण फंस गए थे।

पुलिस और अग्निशमन विभाग ने कई लोगों को बचाया
अधिकारियों ने बताया कि स्थानीय पुलिस और अग्निशमन विभाग की टीमों ने दाहोद के धनपुर तालुका में छह लोगों को बचाया, क्योंकि भारी बारिश के कारण पनम नदी उफान पर थी और इसी तरह छोटा उदयपुर जिले के मोती टोकरी गांव में एक महिला को बचाया गया। सरकार की तरफ से जारी अपडेट में कहा गया है कि राज्य के 206 जलाशयों में से 52 पूरी तरह भर चुके हैं, 66 हाई अलर्ट पर हैं और बाकी के 42 जलाशय 70-100 प्रतिशत भरे हुए हैं।

राज्य में NDRF और SDRF की कई टीमें तैनात
राज्य में नर्मदा जिले के केवडिया में सरदार सरोवर बांध 88 प्रतिशत क्षमता तक पहुंच गया है। इस बीच, अधिकारियों ने कहा कि एहतियात के तौर पर राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की आठ टीमें और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की 20 टीमें कई जिलों में तैनात की गई हैं।

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