द. कोरिया में ‘गृहयुद्ध’ का खतरा, विपक्षी दल संसद में लाए नया बिल; मार्शल लॉ पर जांच की मांग
दक्षिण कोरिया की संसद में गुरुवार को विपक्षी सांसदों ने एक नया विधेयक पेश किया। इस विधेयक में पिछले साल लगाए गए मार्शल लॉ पर स्वतंत्र जांच की मांग की गई है। यून सुक योल ने राष्ट्रपति रहते हुए अचानक देश में मार्शल लॉ की घोषणा की थी। हालांकि, कुछ ही घंटों के बाद इसे हटा दिया गया था। इसके बाद महाभियोग के जरिए उन्हें राष्ट्रपति के पद से अस्थायी रूप से हटा दिया गया।
यह विधेयक छह विपक्षी दलों ने एकजुट होकर पेश किया है। इसमें लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी भी शामिल है। विधेयक में मांग की गई है कि एक विशेष अभियोजक इस बात की जांच करके कि क्या तीन दिसंबर को लगाया गया मार्शल लॉ एक विद्रोह कराने का प्रयास था। इसके साथ ही इस बात की भी जांच की जाए कि क्या यून ने उत्तर कोरिया से संघर्ष को बढ़ाने के लिए अपने देश के ऊपर ड्रोन उड़ाए थे या फिर उत्तर कोरिया से आए गुब्बारों को गिराने की बात कही थी, ताकि घरेलू राजनीति में अपनी स्थिति को मजबूत कर सकें। हालांकि, यून के वकीलों और दक्षिण कोरियाई सेना ने इन आरोपों को खारिज किया है।
यून इस समय सिओल में अपने आधिकारिक आवास पर रह रहे हैं। उनके सुरक्षाकर्मियों ने वहां की सुरक्षा बढ़ा दी है, ताकि उन्हें कोई परेशानी न हो। सड़कों को बैरिकेड और कटीले तारों से बंद कर दिया गया है। पिछले हफ्ते एक बार उन्हें गिरफ्तार करने की कोशिश की गई, लेकिन वह कोशिश असफल हो गई थी।
दक्षिण कोरिया की सरकारी एजेंसी ‘सीआईओ’ (उच्च पदस्थ अधिकारियों के भ्रष्टाचार के खिलाफ जांच कार्यालय) पुलिस और सेना के साथ मिलकर काम कर रही है कि ताकि वे यून सुक योल गिरफ्तारी में कोई बाधा न आए। सीआईओ ने चेतावनी दी है कि अगर यून सुक योल की सुरक्षा करने वाली टीम (राष्ट्रपति सुरक्षा सेवा) ने कोई रुकावट डाली तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जा सकती है।